उत्तर भारत के कुछ राज्यों मे टिड्डियों के हमले को देखते हुए हिमाचल प्रदेश का कृषि विभाग भी सतर्क हो गया है। विभाग के उपनिदेशक डाॅ. राजपाल शर्मा ने कहा कि अभी तक हिमाचल प्रदेश में टिड्डी दल सक्रिय नहीं हुए हैं, लेकिन कुल्लू जिला के किसान सतर्क रहें और अगर कहीं पर टिड्डी दल नजर आते हैं तो तुरंत विभाग के अधिकारियों को सूचित करें। डाॅ. राजपाल ने कहा कि टिड्डियां फसलों को बहुत ज्यादा नुक्सान पहुंचाती हैं। किसान टिड्डियों को फसलों पर बैठने न दें और थाली, ड्रम आदि बजाकर इन्हें तुरंत भगा दें। एक लीटर पानी में ढाई ग्राम क्लोरीपाइरीफोस 20 ईसी मिलाकर शाम के समय छिड़काव से भी फसलों को बचाया जा सकता है। खेतों के पास आग जलाकर और धुएं से भी टिड्डियांे को भगाया जा सकता है। उपनिदेशक ने बताया कि टिड्डियां मुलायम पत्ती वाली फसलों पर ज्यादा हमला करती हैं तथा पतियों को खा जाती हैं। इससे पौधे खत्म हो जाते हैं। उत्तर भारत के कुछ राज्यों में इन्होंने फसलों का बहुत नुक्सान किया है। डाॅ. राजपाल ने बताया कि इसको देखते हुए कुल्लू जिला के किसानों को टिड्डियों के हमले के खतरे के प्रति जागरुक किया जा रहा है तथा उन्हें इस समस्या के निवारण के उपायों से अवगत करवाया जा रहा है।