डलहौज़ी शहर में इन दिनों आवारा कुत्ते आतंक का पर्याय बन चुके है। गांधी चौक हो या सुभाष चौक यहाँ की सड़कों पर कुत्तों का खौफ व्याप्त है। डलहौज़ी के लोहाली रोड पर तो आए दिन खूंखार कुत्ते लोगों को अपना निशाना बना रहे हैं। चाहे कोई दोपहिया वाहन हो या कोई कार यहाँ तक की कोई अकेला व्यक्ति भी पैदल अगर इन्हें दिख जाए तो ये आवारा कुत्ते काटने को दौड़ते है । लोहाली सड़क मार्ग पर तो कई बार इन कुत्तों के कारण दोपहिया वाहन चालाक हादसे का शिकार होते होते बचे है।
लोहाली रोड पर ही वीरवार को एक बच्चे पर आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। गनीमत रही कि आसपास लोगों ने समय रहते बच्चे को आवारा कुत्तों के चंगुल से मुक्त करा लिया। नहीं तो बड़ा हादसा घटित हो सकता था। लगातार हमलों से लोग कुत्तों के आतंक से खौफजदा है। लोगों का आरोप है कि लॉकडाउन खुलने के बाद कुत्तों का स्वभाव ही बदल गया है। लोगों को देखते हुए कुत्ते काटने को दौड़ उठते है। लोगों का आरोप है कि कुत्तों का आतंक इस कदर है कि शाम ढलते ही लोग घरों से निकलना बंद कर देते है। बगल से गुजरते ही उन पर झपट्टा मारने की कोशिश करते हैं।
स्थानीय लोगों ने प्रसाशन से इन आवारा कुत्तो के आतंक से मुक्त करवाने का आहवान किया है