भटियात के विधायक बिक्रम सिंह जरयाल इन दिनों अपने खेतों में मजदूरों के साथ काम में हाथ बंटा रहे हैं। वह हर रोज करीब पांच से छह घंटे तक काम करके मक्की और धान की बेहतर पैदावार को लेकर पसीना बहा रहे हैं। भटियात के विधायक बिक्रम सिंह जरयाल भाजपा के उन नेताओ में से एक है जिन्होंने कांग्रेस के अपने प्रतिद्वंदी को दो बार पराजित किया था। बिक्रम सिंह जरयाल एक गरीब किसान परिवार से तालुक रखते है । यही कारण है कि वे जानते है कि किसानों के लिए खेती की क्या कीमत होती है । एक मामूली किसान की तरह ये भी मिट्टी से मिट्टी होकर काम करना जानते हैं।
कोरोना महामारी के इस दौर में बिक्रम सिंह जरयाल अपने खेतो में हर रोज 5 से 6 घंटे तक काम करके अपनी मक्की औऱ धान की फैसले उगाने के लिए दिन रात मेहनत कर अपना पसीना बहा रहे है। जरयाल ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान उन्होंने अपने ही घर के पास एक छोटा सा किचन गार्डन भी तैयार किया है। इसमें उन्होंने फ्रासबीन, शिमला मिर्च, हरी मिर्च, टमाटर, खीरा, घीया और कद्दू की सब्जी तैयार की है। यही कारण है कि वे बाहर से सब्जियां खरीदने से गुरेज करते हैं। पालतू पशुओं के गोबर की खाद तैयार कर उसे सब्जियों व खेतों में डाला जा रहा है।
उन्होंने कहा कि वह बचपन से ही जमीन से जुड़े हैं। महामारी के बीच खेतों में मेहनत करके जरयाल युवाओं व अन्य लोगों के लिए मिसाल कायम कर रहे हैं।